संवाददाता मनीष गुप्ता
कानपुर पुलिस की सह वाले जुआं का विरोध कानपुर के साहू परिवार को पड़ा महंगा,हुआ अत्याचार,न्याय के लिए परिवार पहुंचा ऑपरेशन विजय के द्वार
रायपुरवा पुलिस एवं जुआरियों के शिकार कानपुर नगर साहू परिवार ने ऑपरेशन विजय प्रमुख से लगाई न्याय की गुहार
पुलिस एवं जुआरियों से प्रताड़ित साहू परिवार की गुहार पर ऑपरेशन विजय प्रमुख ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई हेतु लिखे पत्र
अपराधियों एवं पुलिस की मिलीभगत से बर्बाद हो रहे समाज को बचाने हेतु ऑपरेशन विजय करेगा देशव्यापी आंदोलन- शिवमंगल सिंह
कानपुर नगर के रायपुरवा इलाके में पुलिस की मिली भगत से चल रहे जुए एवं नशे के अवैध कारोबार का विरोध कानपुर नगर के शाहू परिवार को महंगा पड़ा,जिससे गुस्साए जुआरियों ने साहू परिवार के घर में घुसकर महिलाओं व परिवार के लोगों को घसीट घसीट कर मारा महिलाओं के हाथ तोड़ छेड़खानी की, घर में तांडव मचाकर दहशत फैलाई, उसके बावजूद पीडित की सहायता करने की बजाय जुआरियों एवं अवैध नशे के कारोबारियों के इशारे पर रायपुरवा पुलिस ने साहू परिवार पर ही झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया, जिसके लिए परिवार कानपुर में पुलिस अधिकारियों के अलावा चुने हुए प्रतिनिधियों से न्याय की गुहार लगा लगा कर थक गया, लेकिन कहीं से कोई न्याय नहीं मिला।आखिरी आस लेकर साहू परिवार गैर राजनीतिक, देशव्यापी, समाज से सभी सामाजिक बुराइयों को मिटाने के साथ-साथ समाज के पीड़ित एवं न्याय से वंचितों को 2011 सेनिशुल्क न्याय दिलाने का कार्य कर रहे “ऑपरेशन विजय” बुराइयों के खिलाफ जंग से न्याय की गुहार लगाई है।
उपरोक्त मीडिया को जानकारी देते हुए, ऑपरेशन विजय बुराइयों के खिलाफ जंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह आईपी ने कहा कि पुलिस एवं जुआरियों के अत्याचारों के शिकार साहू परिवार ने ऑपरेशन विजय से न्याय की गुहार लगाते हुए, हमें जो प्रार्थना पत्र दिया है, उसमें उन्होंने लिखा है, कि उनके पड़ोस में एक बहुत बड़ा जुए का अड्डा चल रहा है, जिसका संचालन छोटू यादव उर्फ बृजेश, अंकित रावत, हर्ष तिवारी, मनोज, गोपाल तिवारी एवं शनि वर्मा आदि द्वारा किया जा रहा है, जिससे आए दिन मोहल्ले में महिलाओं के साथ अभद्रता एवं आम जनता के साथ गाली गलौज जैसा माहौल रहता था, जिससे परेशान होकर हमने जुए का अड्डा एवं अवैध नशे के कारोबार को समाप्त करवाने के लिए थाना रायपुरवा पुलिस एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, जिससे गुस्साए जुआरियों एवं नशे का अवैध कारोबार करने वालों ने हमारे घर में घुसकर महिलाओं एवं परिवार के लोगों को घसीट घसीट कर मारा एवं महिलाओं के साथ जिस भी तरह से छेड़छाड़ कर पाए छेड़छाड़ की एवं महिलाओं के हाथ तोड़ दिए, जिसकी शिकायत जब हम थाना रायपुरवा करने गए तो वहां की पुलिस ने हमारी शिकायत ना सुन हमें भगा दिया, जब हम इसके लिए पुलिस कमिश्नर महोदय के पास गए तो उन्होंने मेरी आपबीती सुनते हुए मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए थाना रायपुरवा पुलिस को कहा, जिस पर जब हम पुनः रायपुरवा थाने गए तो पुलिस ने हमारी दी हुई तहरीर को फाड़ कर फेंक दिया और कहा जैसा हम बताएं वैसी तहरीर लिखो, उसी आधार पर मुकदमा दर्ज होगा आपके कहने से नहीं, और यदि ज्यादा नेता बनने की कोशिश की तो तुम्हारे ऊपर दसियों मुकदमे विरोधियों द्वारा हम करवा देंगे, जिससे घबराकर हमने उन्हीं के अनुसार तहरीर दे दी, जिसमें सिर्फ साधारण धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हुआ और उस पर भी पुलिस द्वारा कार्रवाई करने की बजाए हमारे ऊपर समझौते का दबाव बनाया गया, जब हमने समझौता नहीं किया तो अंत में रायपुरवा पुलिस ने जुआरियों व अवैध नशे का कारोबार करने वालों से मिलकर हमारे ऊपर संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया और अब पुलिस एवं जुआरी हमें आए दिन धमकाते हैं और कहते हैं, कि अब हम तुम्हें जेल भी भेजेंगे और तुम्हारा मुकदमा वापस भी लेने के लिए तुम्हें मजबूर करेंगे। जिसे हमने गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर कानपुर नगर एवं डीजीपी उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर पुलिस की संलिप्तता एवं साहू परिवार पर हुए अत्याचार की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
साथ ही उन्होंने कहा कि, पुलिस की अपराधियों के साथ संलिप्तता देश व समाज के लिए बहुत ही खतरनाक है, जिससे समाज में भारी संख्या में अपराध हो रहे हैं व समाज बर्बाद हो रहा है, जिसे रोकने के लिए ऑपरेशन विजय बुराइयों के खिलाफ जंग एक देशव्यापी आंदोलन शुरू करने के साथ-साथ पुलिस की कार्यशैली में बदलाव के लिए देश की शीर्ष हस्तियों से मिलकर एक समाज हितार्थ सुझाव पेश करेगा।
अंत में उन्होंने कहा कि समाज के किसी भी पीड़ित एवं न्याय से वंचित परिवार की सहायता के लिए ऑपरेशन विजय बुराइयों के खिलाफ जंग का न्यायिक प्रकोष्ठ पूरी तरह से सक्रिय हैं, और हर संभव पीड़ित एवं न्याय से वंचितों को न्याय दिलाने का कार्य कर रहा है।