सवादाता मनीष गुप्ता कानपुर
शिक्षाविद् स्व0 डा0 सरोज राठौर की ‘‘प्रथम पुण्यतिथि’’ पर उनकी अभिन्न मित्र डा0 आशा त्रिपाठी द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘‘स्मृतियाँ’’ में उनके द्वारा सरोज राठौर के नाम पर तीन समाजसेवी संस्थाओं-सखी केन्द्र, भारत विकास परिषद्, किदवई नगर शाखा और सोशल रिसर्च फाउण्डेशन को स्मृति स्वरूप एक-एक लाख रूपये की छोटी सी भेंट दी गयी। डा0 आशा त्रिपाठी ने अपने मन की बात रखते हुए कहा-दोस्त किसे कहते हैं? दोस्त कैसा होता है ? इस सबके बारे में आप सभी ने काफी पढ़ा और सुना होगा। पर मैंने तो उसे साक्षात देखा है-जिया है और अनुभव किया है। यकीनन बहुत की किस्मत वालों को ये नसीब होता है-और मुझे अपनी किस्मत पर नाज है। इस अवसर पर डा0 सरोज राठौर की स्मृतियांे से संजोयी पुस्तक ‘‘मेरी सखी’’ नामक पुस्तक का विमोचन करते हुए मुख्य अतिथि पण्डित के ए दुबे "पद्मेश" ने कहा कि मित्रता की इस मिसाल ने यह सिद्ध कर दिया कि खून के रिश्ते से भी ज्यादा गहरा होता है दोस्ती का रिश्ता। विशिष्ट अतिथि श्रीमती पूनम तिवारी ने भी सरोज राठौर को वाणी के श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए मित्रता के इस जज्बे को सराहा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ शिव कुमार दीक्षित ने मित्रता के भाव को विख्यायित करते हुए अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
सखी केन्द्र की महामंत्री श्रीमती नीलम चतुर्वेदी ने कहा कि सरोज दीदी मेरे लिए एक नाम या व्यक्ति नहीं थीं-वो तो मेरी प्रेरणा थीं। मैं बहुत भाग्यशाली हूँ कि विद्यार्थी जीवन से मेरी जिन्दगी में उनका सानिध्य 42 वर्षों का रहा। भारत विकास परिषद्, किदवई नगर शाखा की महामंत्री मनीषा अग्रवाल ने अपनी सरोज आन्टी को याद करते हुए कहा कि उनका मुस्कराता चेहरा मिलने वालों को एक ही नजर में खुशी और सुकून दे देता था। सोशल रिसर्च फाउण्डेशन के महामंत्री डा0 राजीव मिश्रा ने कहा कि सरोज मैम एक कुशल शिक्षक ही नहीं बल्कि एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता और मनो-सलाहकार भी थीं। वे अनेक संस्थाओं को अपनी सेवायें समर्पित किया करती थीं।
कार्यक्रम का संचालन केन्द्रीय विद्यालय कैन्ट की वरिष्ठ प्रवक्ता डा0 मीरा दुबे और सोशल रिसर्च फाउण्डेशन के महामंत्री डा0 राजीव मिश्रा ने किया। इस अवसर पर डा0 कुमुद श्रीवास्तव, डा0 आभा सिंह, डा0 नवीन मोहिनी निगम, डा0 पुष्पा चौहान, डा0 शोभना द्विवेदी, अभय राठौर, सुरेन्द्र मेहरोक, पद्मा शुक्ला, एम0एल0 अग्रवाल, प्रमोद दादू आदि प्रतिष्ठित प्रबुद्धजन उपस्थित थे।