स्वर्गीय पुनीत निगम जी की पुण्यतिथि मे शरबत वितरण
कानपुर।आल इडिंयन रिपोर्टर्स एसोसिएशन/आईरा प्रेस क्लब के तत्वावधान मे स्वर्गीय पुनीत निगम जी की पुण्यतिथि मे पत्रकारों द्धारा कानपुर शहर के प्रमुख चौराहे घंटाघर पर शरबत वितरण.किया गया जहां पर सबसे पहले उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया ततपश्चात शहर के सैकडो़ पत्रकारों ने बारी-बारी पुष्प अर्पण कर श्रंद्धांजलि अप्रित की।आल इडिंयन रिपोर्टर्स एसोसिएशन की स्थापना वर्ष 2015 मे की गयी थी जिसके बाद से छोटे बडे़ बैनर का भेद लगभग खत्म ही हो गया था उनकी मेहनत सभी को एकजुट रखने की क्षमता से सगंठन कुछ ही वर्षो मे कई राज्यो मे फैल गया जिसके बाद भारत के सबसे अधिक राजयो मे जाने जाना वाला आल इडिंयन रिपोर्टर्स एसोसिएशन सगंठन भारत का एक मात्र ऐसा सगंठन बन गया जिसमे सभी पत्रकार बिना भेदभाव के साथ एक परिवार बनकर रहने लगेएक मशहूर शक्सियत वरिष्ठ वकील, अधिवक्ता,अच्छे वक्ता,अच्छे प्रवक्ता, लेखक,संपादक,निष्पक्ष पत्रकार,ईमानदार,लोगों के मददगार,कोमल मन से सभी लोगो के प्रति स्वच्छ भावना रखने वाले मुख पर एक छोटी मुस्कराहट जो सूर्य के भांति छलकती हुई प्रर्दशित होती थी ऐसे बहुमुखी प्रतिभाशाली एंव प्रभावशाली महान व्यक्ति आल इंण्डियन रिपोर्टर्स एसोशिएशन के संस्थापक स्व: पुनित निगम जी का जन्म 2 नवबंर 1979 मे कानपुर नगर के रामबाग मे हुआ था। दिनांक 17/04/2021 रात्रि को वो हमारी बीच नहीं रहे और ईश्वर से जा मिले वह कानपुर में अपने विचार से अपने स्नेह,से लोगों को प्रभावित करने की एक अद्भुत कला रखते थे। जिनके हृदय व मस्तिष्क से निकलने वाली बहुमुखी प्रतिभाशाली व अपनी अद्भुत कला के जादू से पत्रकार साथियों को अपने ओर प्रभावित कर लेते थे जिन्होंने ने कानपुर में लघु समाचार पत्रों व पोर्टल व वैब चैनलों के पत्रकार की पीड़ा उनकी समस्याओ पर कानून की प्रक्रिया के अनुसार उनके न्याय दिलाने का हर सभंव प्रबल प्रयास करते थे जिस कारण कानपुर व कई राज्यों से 25000 पत्रकार में उनकी अपनी एक बहुत अच्छी छवि प्रकट होती थी आल इण्डियन रिपोटर्स ऐशोसिशन (आईरा) का प्रतीक चिन्ह है जिसमें दोनों साइड पंख और उसके बीच कलम की निब राष्ट्रीय मुख्य महासचिव पुनित निगम जी पत्रकार पर आने वाली समस्यायों को पत्रकारों को उस स्थान पर भेज कर पंख की भुजाओं में घेरा बना देते फिर उनकी बीच की कलम की निब से प्रशासनिक व कानून कारवाई करते हुए पत्रकार साथी को न्याय दिलाने का सम्पूर्ण रुप से प्रयास करते थे।
वह इस के गरिमा के लिए एक उच्च व आदर्श व्यक्ति के रूप में विख्यात हुए उनके कोमल मन की जितनी प्रशंसा की जाये कम साबित होगी उनके मन में इस विशाल परिवार के प्रत्येक सदस्यों को बराबर का सम्मान देते थे आज वह हमारे बीच में नहीं पूरे संगठन में हमेशा कमी महसूस होती रहेगी ।