संवाददाता सरवर आलम
Crime100news:लखनऊ। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जहां एक तरफ प्रदेश में कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए जोर लगा रहे है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश पुलिस के कारनामे योगी सरकार पर भारी पड़ रहे हैं। सीएम योगी ने पिछले पांच सालो में कानून व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं किया और दूसरी सरकार में भी वो इस पर लगातार फोकस कर रहे हैं,लेकिन खाकी मनमानी पर उतारू है।उत्तर प्रदेश के ललितपुर में एक नाबालिग के साथ कथित दुष्कर्म की घटना साफ-साफ बताती है कि खाकी पर भी दाग लगे हुए हैं।सिर्फ ललितपुर ही नहीं उत्तर प्रदेश में पिछले एक महीने में कई ऐसी घटनाएं हुईं है जिससे योगी सरकार और पुलिस के इकबाल पर बट्टा लगा है।
ललितपुर में नाबालिग से दुष्कर्म में पुलिस पर आरोप
ललितपुर जिले में एक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में पाली थाना प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज होना और पूरा थाना लाइन हाजिर होने के बाद खाकी को एक बार फिर शर्मसार होकर चेहरा छुपाना पड़ा है,तो वहीं महरौनी थाने के पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ एक महिला के कपड़े उतारकर उसकी पिटाई की,बल्कि मामले को दबाने के लिए महिला और उसके पति के खिलाफ शांति भंग का मामला भी दर्ज कराया।इसकी शिकायत आला अधिकारियों के पास पहुंची तो दोनों आरोपित पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर केस दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
ललितपुर में ही महिला को बंद कर पुलिस ने दी थर्ड डिग्री
ललितपुर में पुलिस की वर्दी पर एक बार फिर दाग लगा है। महरौनी थाने मैं तैनात मुंशी और महिला दरोगा पर एक महिला को कमरे में बंद कर थर्ड डिग्री देने का आरोप लगा है। परिजनों ने आरोप लगाया कि चोरी के शक में दोनों पुलिसकर्मियों ने महिला को निर्वस्त्र कर बेल्ट से बुरी तरह पीटा।यही नहीं महिला से जुर्म कबूल करवाने के लिए पानी के साथ करंट के झटके दिए गए। पीड़िता अपने परिजनों के साथ गाड़ी में लेटकर एसपी कार्यालय पहुंची और एसपी से घटना बताकर पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस मामले में आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
चंदौली में पुलिस की कथित पिटाई से हुई युवती की मौत
चंदौली में रविवार शाम पुलिस की कथित पिटाई से एक युवती की मौत के मामले में सैयदराजा थाना प्रभारी को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। इस बीच मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है, जिसमें उसके शरीर पर खरोंच और मामूली चोट के निशान मिले हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिलाधिकारी ने सैयदराजा थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह को प्रारंभिक जांच के बाद निलंबित कर दिया है और मामला दर्ज कर उच्च स्तरीय जांच के भी निर्देश दिए हैं। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने कहा कि मामले में अगर कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
योगी के पिछले कार्यकाल में हुई थी कई घटनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल के दौरान एक तरफ जहां माफियाओं के खिलाफ बुलडोजर चला तो वहीं दूसरी तरफ कुछ घटनाएं ऐसी भी हुईं जिनसे सरकार की छवि पर दाग लगा। हाथरस की घटना हो या गोरखपुर की या फिर कानुपर की सभी में पुलिस ने काफी लापरवाही बरती जिसकी वजह से छोटी छोटी घटनाओं ने बड़ा रूप ले लिया।इस वजह से सरकार की छवि को काफी नुकसान पहुंचा। सीएम योगी अपने दूसरे कार्यकाल में पूरी तरह से सतर्क हैं और अफसरों पर नकेल कसने में कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। दूसरी बार सरकार बनने के बाद वह आईपीएस और आईएएस अधिकारियों को निलंबित कर इसका साफ संदेश भी दे चुके हैं।