लखनऊ।उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का आज सियासी पारा चढ़ा हुआ है।राजधानी में कांग्रेस के प्रदर्शन से पहले पुलिस ने कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता व रामपुर खास विधायक आराधना मिश्र मोना और पूर्व नसीमुद्दीन सिद्दीकी पूर्व MLC हुस्ना सिद्दीकी को सुबह 7 बजे से नजर बंद कर दिया गया है।पुलिस ने सोमवार को यह कार्रवाई की है।यूपी कांग्रेस ऑफिस से लेकर ईडी ऑफिस तक निकलने वाले मार्च को पुलिस ने इजाजत नहीं दी है।पुलिस ने नोटिस दी है कि लखनऊ में धारा 144 लागू है इसलिए प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है।नेशनल हेराल्ड केस को लेकर ईडी के सामने राहुल गांधी की पेशी को लेकर आज जबरदस्त सियासी हलचल है।
आपको बता दें कि सोमवार को कांग्रेस अपने नेता राहुल गांधी को ईडी सम्मन दिए जाने के विरोध में सत्याग्रह कर रही है। कांग्रेस पूरे देश में ईडी ऑफिस तक पदयात्रा करेगी।इसी क्रम लखनऊ में कांग्रेस के नेता भी ईडी ऑफिस जाकर प्रदर्शन करने की फिराक में थे।तैयारियां भी पूरी हो गई थी पर कांग्रेसी प्रदर्शन के लिए घर बाहर निकलते इससे पहले नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है।कांग्रेस ने देश भर में ईडी के 25 ऑफिसों पर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।राहुल गांधी की पेशी को कांग्रेस बदले की सियासत बता रही है। ईडी ने राहुल गांधी पर मनी लॉन्ड्रिग का केस दर्ज किया है।कांग्रेस का कहना है कि अभी तक ईडी को सबूत नहीं मिले,लेकिन अब सियासी बदले की भावना से गांधी परिवार को निशाना बनाया जा रहा है।लखनऊ में कांग्रेस ऑफिस और ईडी ऑफिस के बाहर सुरक्षा व्यवस्था सख्त है।
यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है।जनता की आवाज दबाने की कोशिश में राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी नेताओं को परेशान करने की कोशिश की जा रही है।