अग्निपथ के खिलाफ अग्निकांड:यूपी के कई जिलों में अग्निपथ को लेकर विरोध प्रदर्शन,ट्रेन के डिब्बों में लगाई आग

लखनऊ।उत्तर प्रदेश के कई जिलों में केंद्र की नई अग्निपथ योजना के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन के बीच बलिया में पुलिस ने लगभग 100 युवाओं को प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया।युवाओं ने ट्रेन के खाली डिब्बे में आग लगा दी और कुछ बसों में तोड़फोड़ की।इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।अलीगढ़ में एक बस के टायरों में आग लगा दी। युवाओं द्वारा धरना प्रदर्शन की खबरें प्रदेश के बलिया, अलीगढ़, फिरोजाबाद, अमेठी, वाराणसी,उन्नाव और देवरिया जनपदों से आई हैं।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि इस संबंध में कुछ आक्रोश व्यक्त किया गया है। 17 जगहों से धरना प्रदर्शन की सूचना आई हैं।जिसमें से बलिया और अलीगढ़ पर आगजनी हुई हैं।बलिया में वाशिंग पिट में खड़े एक डिब्बे को आग लगा दी गयी।अलीगढ़ के टप्पल के पास एक रोडवेज बस के टायर में आग गयी है। इसके अतिरिक्त अन्य जगहों पर छिटपुट वारदात हुई हैं। पुलिस द्वारा मौके पर पहुंच कर लोगों को समझाया गया। जनप्रतिनिधियों, प्रधान उनके जरिए बच्चों को विश्वास में ले रहे हैं।

बलिया डीएम सौम्या अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल सौ लोगों को हिरासत में लिया गया है तथा सी सी टी वी के माध्यम से आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि जांच के बाद आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा करते हुए कहा कि स्थिति के मद्देनजर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।मंडल आयुक्त विजय विश्वास पंत व पुलिस उप महानिरीक्षक अखिल कुमार भी बलिया पहुंच गए हैं। अधिकारीयों ने घटनास्थल का दौरा किया।

डीएम अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि युवाओं के प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए शुक्रवार सुबह से ही पुलिस की तैनाती की गई थी।कुछ अनियंत्रित युवकों ने आकर पथराव करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन ने उन्हें कामयाब नहीं होने दिया।बलिया रेलवे स्टेशन के एक हिस्से में तोड़फोड़ की गयी।उपद्रवी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि युवाओं के प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए तैयारी कर ली गई थी तथा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे।जिले में दस मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की गई थी।उन्होंने बताया कि भारी संख्या में बाहर से लोग आ गए तथा वीर लोरिक स्टेडियम से युवाओं की भीड़ बलिया रेलवे स्टेशन पहुंच गई और उसने बवाल शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के अनुसार युवाओं ने रेल पटरी उखाड़ने का प्रयास किया तथा रेल संपत्ति को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की।

अपर पुलिस अधीक्षक तिवारी ने बताया कि वायरल वीडियो के अनुसार बलिया-वाराणसी मेमू एवं बलिया-शाहगंज ट्रेन में भी तोड़फोड़ की गई तथा प्लेटफार्म पर दुकानों को भी निशाना बनाया गया।रोडवेज से अनुबंधित दो बस में भी तोड़फोड़ की गयी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया तथा आशू गैस के गोले छोड़े।उपद्रवी तत्व लाठी डंडे लिए हुए थे तथा उन्होंने पथराव किया।वायरल वीडियो के मुताबिक उपद्रवी तत्व भारत माता की जय व अग्निपथ कानून वापस लो का नारा लगा रहे थे।उपद्रवी तत्व ने जिला मुख्यालय पर बैरिया मार्ग पर स्थित चित्तू पांडेय चौराहा से भृगु मंदिर मार्ग तक उपद्रव किया।

परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह के छोटे भाई धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि उपद्रवी तत्वों ने परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह के शिविर कार्यालय पर भी पथराव किया और कार्यालय गेट पर लगे होर्डिंग के साथ तोड़ फोड़ किया।

जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जनपद के सभी बोर्ड के सभी माध्यमिक विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश है और अब ऐसी स्थिति में किसी भी दशा में कोई भी विद्यालय बिना पूर्वानुमति के नहीं खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मुख्यालय और आस पास के विद्यालयों के कार्यालय व सभी प्रकार के कोचिंग संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे।

पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) के जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि बलिया रेलवे स्टेशन के बाहर यार्ड में खड़ी एक ट्रेन के खाली डिब्बे में कुछ लोंगो ने आग लगा दी,लेकिन आग पर तुरंत काबू पा लिया गया और ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।

अलीगढ़ से मिली खबर के अनुसार अलीगढ़ में अग्निपथ के खिलाफ व्यापक विरोध के बाद शुक्रवार सुबह से अलीगढ़ और नोएडा में सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। शुक्रवार को टप्पल के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर पथराव में एक यात्री बस के टायरों में आग लगा दी गई, जिससे बस को नुकसान हुआ हैं।इसके अलावा कम से कम दो अन्य बसें क्षतिग्रस्त हो गईं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने एक बयान में सभी को कानून अपने हाथ में न लेने की चेतावनी दी।उन्होंने कहा कि प्रशासन प्रदर्शनकारियों की सभी जायज मांगों पर पूरी तरह से विचार करेगा और ऐसी सभी शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को भेजेगा,लेकिन किसी भी कानून तोड़ने वाले से गंभीरता से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और जो कोई भी अफवाहें फैलाता हुआ पाया जाएगा, उसे दंडित किया जाएगा।

फिरोजाबाद से मिली रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बसों में तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने बसों को रोकने के लिए बैरियर लगाकर उनमें तोड़फोड़ की।पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अखिलेश नारायण ने बताया कि सुबह करीब सात बजे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के थाना मटसेना इलाके में कुछ उपद्रवी राजमार्ग पर आ गए और उन्होंने बैरियर लगाकर चार बसों में तोड़फोड़ की। इस दौरान बस में बैठे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई।बाद में सभी यात्रियों को दूसरी बसों से रवाना किया गया।

उन्होंने बताया कि जिन बसों में तोड़फोड़ की गई है उनमें गोरखपुर से दिल्ली, बस्ती से गाजियाबाद, गोरखपुर से दिल्ली और दिल्ली से गोरखपुर जा रही बस शामिल हैं।तोड़फोड़ करने वाले लोग आसपास के ही गांव के बताए गए हैं जिन्हें चिह्नित करने की कार्रवाई की जा रही है।

अमेठी से मिली खबर के मुताबिक अग्निपथ योजना को लेकर शुक्रवार को युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।युवाओं ने योजना का विरोध करते हुए विकासखंड भादर मुख्यालय पर दुर्गापुर-अमेठी मार्ग को जाम कर दिया जिसे खाली कराने के लिए पुलिस प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी।

वाराणसी से मिली खबर के मुताबिक अग्निपथ योजना के विरोध में वाराणसी में युवाओं ने प्रदर्शन करने के साथ ही कई जगहों पर तोड़फोड़ की।कैंट स्टेशन पर सैकड़ों युवाओं ने सरकार विरोधी नारे लगाए और स्टेशन के सामने कई रोडवेज की बसों और ठेलों को क्षतिग्रस्त कर दिया।पुलिस के खदेड़ने पर उपद्रवी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की तरफ भागे और फिर पथराव करने लगे।उपद्रवियों ने लहरतारा स्थित डीआरएम कार्यालय के सामने भी बसों में तोड़फोड़ की।मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने कहा कि कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वालों से हमने शांति की अपील की है। जो लोग नहीं मानेंगे उनके साथ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

उन्नाव से मिली खबर के मुताबिक सफीपुर इलाके में महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के पास युवाओं ने धरना दिया और इसके बाद एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा,जिसे रक्षा मंत्री को संबोधित किया गया था।युवाओं ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए बाइक रैली भी निकाली और अग्निपथ‌ के खिलाफ नारेबाजी की।एसपी शशि शेखर ने कहा कि शांति है कुछ युवकों ने विरोध प्रदर्शन किया था, और उन्हें समझाने के बाद वापस भेज दिया गया।

देवरिया में भी अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं ने धरना दिया।उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी। इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे।चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।

1 Comment

  1. Author

    ऐसा मत करो😥ये हमारे देश की संपत्ति है इससे यू बर्बाद मत करो।

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