लखनऊ।समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में उत्तर प्रदेश में जंग नहीं थम रही है।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने से नहीं चूक रहे हैं।यह सब तब हो रहा है जब सपा नेता राजेंद्र चौधरी स्पष्ट कर चुके हैं कि साल 2024 के लिए गठबंधन रहेगा।बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री सपा मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस ने अपने नेताओं को गलत बयानबाजी करने से रोका था।लग रहा है कि निर्देशों का कुछ खास असर नहीं हो रहा है?
सपा और कांग्रेस के विवाद में अब सपा मुखिया अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले राजीव राय की नई एंट्री हुई है।राजीव राय ने मंगलवार शाम को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि इंडिया गठबंधन के लिए हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के बीच सकारात्मक बात के बावजूद यूपी कांग्रेस द्वारा लगातार नकारात्मक टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है।पता नहीं ये कांग्रेस की चाल है या यूपी के कांग्रेसी नेता भाजपा से सुपारी लिए है। राहुल गांधी स्पष्ट करें?
राजीव राय ने आगे लिखा कि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के साथ पूरे देश में विभिन्न पार्टियां शामिल हैं।किसी भी अन्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष अपने गठबंधन के सहयोगी पार्टी और उसके नेतृत्व पर हमला नहीं करते ना ही कोई नकारात्मक टिप्पणी करते है।फिर केवल यूपी कांग्रेस के नेता किसके लिए और किस मक़सद से भाजपा से नहीं सपा से लड़ रहे हैं?
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा के बीच सीट बंटवारे को लेकर जमकर विवाद हुआ था।इतना ही नहीं सपा और कांग्रेस मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ रही है।कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन रहेगा और भाजपा को सभी 80 सीटों पर हराया जाएगा?