संवाददाता मनीष गुप्ता
कानपुर
मंडलायुक्त व पुलिस आयुक्त ने की स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की समीक्षा माह भर के लिए पार्किंग में जगह खरीद सकेंगे दुकानदार -जहां-जहां तैयार हो चुकी मेट्रो वहाँ पर फिर से लगेंगे सिग्नल -ई चालान की गुणवत्ता सुधारने के लिये भी दिए निर्देश ••गलती से चालान हुआ तो सुधार के लिये कर सकेंगे हेल्पलाइन पर फ़ोन
कानपुर। शनिवार को मंडलायुक्त व पुलिस आयुक्त ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा की। बैठक ट्रैफिक व्यवस्था पर संतोष जताते हुए तय किया गया कि जल्द ही एडेप्टिव ट्रैफिक सिस्टम को लागू किया जायेगा। इस सिस्टम में सिग्नल लाइट खुद ही ट्रैफिक का लोड सेस करके ट्रैफिक सचालित करेंगी। प्रयोग के तौर पर पहले इसे कुछ ही चौराहों पर लागू किया जाएगा।
समीक्षा बैठक में मंडल आयुक्त श्री राजशेखर व पुलिस आयुक्त असीम अरुण समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। बैठक में यातायात व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा गया कि ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम में काफी सुधार हुआ है। लोग अब सिग्नल लाइट और जेब्रा लाइन को फॉलो करने लगे हैं। इसे और बेहतर करने के लिये प्रयास किये जाएगे।
स्मार्ट पार्किंग की समीक्षा करते हुए तय किया गया कि जैसे रीजेंसी हॉस्पिटल के बाहर पायलट प्रोजेक्ट के तहत पार्किंग की सुविधा शुरू की गई वह काफी सफल रही अब उसी की तर्ज पर शहर के अन्य बड़े अस्पतालों के बाहर भी व्यवस्था की जाएगी।
समीक्षा बैठक में विचार हुआ कि शहर में बनाई जा रही है स्मार्ट पार्किंग में यदि कोई दुकानदार पार्किंग का स्थान खरीदना चाहता है तो उसे माह भर के लिए वह स्थान दिया जा सकेगा जिसमें उसकी दुकान में आने वाले ग्राहक अपने वाहनों को पार्क कर सकें। यह व्यवस्था स्मार्ट पार्किंग के कुछ स्थानों पर ही की जाएगी।
ई चालान की गुडवत्ता सुधारने के लिये स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम का एक हेल्पलाइन नम्बर साझा किया जाएगा
ताकि गलत चालान होने पर लोग उसे फोन करके सुधरवा सकें। कई बार लोग धोखा देने के लिये गलत नम्बर
प्लेट लगाकर चलते हैं जिससे सही व्यक्ति का चालान हो जाता है।
जिन स्थानों पर मेट्रो का निर्माण हो चुका है वहाँ पर सिग्नल लाइट को दोबारा लगाया जाया इसके लिये मेट्रो के • पिलर का इस्तेमाल किया जाय जिससे खर्च भी बचेगा और ट्रैफिक भी सुधरेगा। इसके लिये मेट्रो अधिकारियों से समन्वय किया जाएगा।