81 वर्षीय वृद्ध विकलांग पिता को अपने ही बेटो से जान का खतरा प्रशासन से मदद की गुहार

81 वर्षीय वृद्ध विकलांग, इंडियन एयरफोर्स से कन्वर्टेड एच ए एल से रिटायर्ड स्व0 रामनाथ गुप्ता के पुत्र रामबाबू गुप्ता ने कानपुर प्रेसक्लब में वार्ता की वार्ता के दौरान उन्होंने आंखों में अपने आँसुओं को असफल रोकते हुए अपने कलयुगी बेटों के बारे में चर्चा की।
उन्होंने बताया कि वे416ए, परदेवनपुर कानपुर-7, थाना चकेरी के निवासी हैं। उनके तीन बेटे व एक बेटी है। बड़ा बेटा सुशील गुप्ता , व छोटा बेटा अजय गुप्ता और उसकी पत्नी श्वेता उर्फ अंशू गुप्ता और उनके साले आदि मिलकर मुझे मानसिक विक्षिप्त घोषित करके मेरी पूरी जायदाद हड़पना चाहते हैं यहाँ तक मुझे मार डालने के फिराक में हैं, इसके लिए मेरे पीछे आदमी लगा रखे हैं जो मुझ पर नज़र रखते हैं।
मैं अपने मंझले बेटे सुनील गुप्ता के साथ रहता हूँ। यही बेटा मेरी देख भाल करता है। हम दोनों को जान का खतरा बना हुआ है। हम दोनों हमेशा भयभीत रहते हैं।
इन लोगों के विरुद्ध मुकदमा भी दायर हो चुका है जो मेरे पक्ष में है। फिर भी जबरन कब्जा किए हुए हैं व मुझे जान से मार आ चाहते हैं।
अंत में उसका कहना है कि यदि हम लोगों के साथ कुछ भी बुरा होता है तो बड़े व छोटे पुत्र और उनकी पत्नियां , साले सभी लोग जिम्मेदार होंगे। सरकार व प्रसाशन से अनुरोध है कि न्यायालय के आदेश के अनुसार मेरी प्रापर्टी से मेरे बड़े व छोटे बेटे व उनकी पत्नियों से मुक्त कराया जाय।

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