मुजफ्फरनगर
मस्जिद मंदिर,दरगाह-मजार और गुरुद्वारे में लोग अपनी-अपनी मन्नत पूरी होने के लिए तरह-तरह के जतन करते हैं।
उत्तर प्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर से 40 किलोमीटर दूर स्थित कस्बा मीरापुर से मात्र एक किलोमीटर दूर ग्राम मुकल्लमपुरा मैं स्थित बाबा मुकल्लम खां की दरगाह आज कल चर्चा का विषय बनी हुई है जहा हर बृहस्पतिवार को परेशान लोग दूर दराज से आते है और बाबा के दर से खुश होकर जाते है मजार के बारे में कहा जाता है कि यह प्राचीन दरगाह एक चमत्कारी दरगाह है यहां लोग अपनी मुराद लेकर आते है और मुराद पूरी होने पर इस मजार पर चढ़ावे के रूप में चादर चढ़ाते हैं।
बाबा मुकल्लम खां के नाम से मशहूर यह मजार लोगो की परेशानी को दूर करते है।मान्यता है कि लोग यहां आकर सिर्फ हाजिरी लगाते हैं और सही होकर जाते है भूत प्रेत या कोई पुरानी बीमारी हो बिना पैसे के सही होकर जाते है आसपास के गांव के सभी धर्मों के लोग चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान हो अपनी परेशानी को लेकर आते हैं और अपनी मन्नत पूरी करके जाते हैं बरहाल यह आस्था है या अंधविश्वास। यह अपने आप में सवाल है,लेकिन लोग इस मजार पर दूर-दूर से अपनी फरियाद ले कर आते हैं।
मुकललम खां मजार की देखभाल करने वाले खादिम मोहम्मद महताब इदरीसी ने बताया कि यहां पर जो भी परेशान व्यक्ति आता है वह अब्बा की दुआओं से सही होकर जाता है।
मजार पर आए श्रद्धालुओं ने बताया कि, यहां पर जो भी मन्नत मांगता है वो अब्बा की दुवाओं से सही होकर जाता है।