मेरठ की कमिश्नर ने एक बार फिर योगी सरकार के कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी है मेरठ शहर अपराधों से दहल रहा है पूरे मंडल में अपराध अत्याचार भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी चरम पर व्याप्त है आए दिन बालक बालिकाएं गायब हो रही हैं उन्हें खोजने के लिए कमिश्नर के पास टीम बनाने का समय नहीं है भ्रष्टाचार की जांच कराने के लिए टीम बनाने का उनके पास समय नहीं है लेकिन खुद के कुत्ते को खोजने के लिए कमिश्नर ने आनन-फानन में 8 टीमों का गठन कर दिया आखिर उनका कुत्ते प्रेम के पीछे कारण क्या है।
कमिश्नर द्वारा बनाई गई टीम ने 25 घंटे कड़ी मेहनत करने के बाद कमिश्नर का कुत्ता आखिरकार तलाश लिया है सवाल उठता है कि मानव से ज्यादा कमिश्नर को पशु प्रेम है इसके पीछे इनका क्या कारण है यह आम जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया है उच्च सरकारी पद पर बैठने के बाद पशु प्रेम के चलते कमिश्नर की चारों ओर छीछालेदर हो रही है
कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. का कुत्ता गायब हो गया था कुत्ते के गायब होने के बाद कमिश्नर संतुलन खो बैठी और वह कुत्ते को खोजने के लिए परेशान हो गयी कमिश्नर का कुत्ता प्रेम जन चर्चा का विषय बन गया है बताया जाता है कि मेरठ कमिश्नर का साइबेरियन हस्की नस्ल का कुत्ता गायब हो गया था उनके आवास से रविवार शाम 6 बजे कुत्ता गायब हुआ था जानकारी लगने पर पुलिस प्रशासन,नगर निगम में खलबली मच गई और कमिश्नर के निर्देश पर पशु कल्याण अधिकारी ने 8 टीमें बनाकर कुत्ते की तलाशी शुरू की 8 टीमें बनाकर घर-घर जाकर कुत्ते की तलाश की गई थी सोमवार को शाम 7 बजे कमिश्नर का कुत्ता बरामद हो गया है।
अब सवाल उठता है कि कुत्ते की तलाश में 8 टीमों को लगाकर कमिश्नर ने लाखों रुपए के सरकारी रकम को बर्बाद किया है क्या सरकारी रकम की भरपाई उनके वेतन के कटौती से होगी पद का दुरुपयोग करने वाली कमिश्नर के कारनामों की ओर जिले की जनता ने योगी सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मानव के बजाए पशुओं से अधिक प्रेम रखने वाली कमिश्नर पर कठोर कार्यवाही की मांग की है लेकिन सवाल उठता है कि उच्च पद पर बैठी कमिश्नर पर क्या योगी सरकार कार्यवाही करेगी इस सवाल का जवाब आम जनता योगी सरकार से चाहती है