शंकरगढ़ का बाल विकास विभाग अधिकारियों की लापरवाही से चढ़ रहा है भ्रष्टाचार की भेंट।


प्रयागराज से शिवाकांत बिंद की खास रिपोर्ट

बाल विकास अधिकारी महीनों बीत जाने के बाद भी अपनी ड्यूटी से रहते हैं नदारद।

बच्चों के वितरण के लिए आया हुआ पुष्टाहार का नहीं कराया जा रहा है वितरण।

रास्ते में ही आधे पौने दाम मे बेचकर सरकार की चलाई जा रही योजना को कर रहे हैं बदनाम।

शंकरगढ़ का बाल विकास परियोजना कार्यालय जर्जर अवस्था में, मरम्मत के लिए आए हुए पैसे का अधिकारियों के पास नहीं है कोई हिसाब।

बाल विकास परियोजना कार्यालय एक चपरासी के सहारे चलाई जा रही है पूरी व्यवस्था।

बाल विकास कार्यालय शंकरगढ़ मे लगी भ्रष्टाचार की दीमक, ग्रामीणों ने लगाया राशन को बेच लेने का आरोप।

अधिकारियों के इशारे पर राशन को बच्चों कों बांटने की जगह कमीशन खोरी और ऊपरी कमाई के लिए लोग खरीद कर जानवरों को खिलाने का कर रहे हैं काम।

पूरे कार्यालय में लगा गंदगी अंबार, भवन की हालत खस्ताहाल दूर से ही आती है बदबू।

भारतीय किसान यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष राकेश त्रिपाठी ने बाल विकास परियोजना अधिकारी शंकरगढ़ के ऊपर लगाए भ्रष्टाचार फैलाने का आरोप, उच्च अधिकारियों से की सख्त कार्रवाई करने की मांग।

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