विश्व मानव रूहानी केंद्र ने 13,300 फिट की ऊंचाई मणिमहेश यात्रा में अपनी चिकित्सा सेवा प्रदान करी

संवाददाता दानिश खान,
विश्व मानव रूहानी केंद्र मानवता की सेवा करने के लिए संस्था के आध्यात्मिक प्रमुख संत बलजीत सिंह जी से प्रेरित है। विश्व मानव रूहानी केंद्र अनेक जनहितकारी कार्यों में वर्ष भर सक्रिय रूप से संलग्न रहता है। इनमें चिकित्सा शिविर, रक्तदान शिविर, शैक्षणिक चैरिटी और तीर्थ यात्रा सेवाओं का आयोजन शामिल है।

इस वर्ष, विश्व मानव रूहानी केंद्र ने अपनी तीर्थयात्रा सेवाओं में उल्लेखनीय वृद्धि की है। इनमें से कई सेवाएँ भारत में सबसे चुनौतीपूर्ण यात्राओं के दौरान प्रदान की गईं। मई 2024 से ने निम्नलिखित यात्राओं के दौरान लाखों तीर्थयात्रियों की सेवा की
श्री अमरनाथ जी यात्रा: चिकित्सा, एम्बुलेंस, स्ट्रेचर व शटल सेवाएं
कांवड़ यात्रा: 8 राज्यों व 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 53 कांवड़ शिविरों में भोजन, विश्राम, और चिकित्सा सुविधाएं/सेवाएं
पंच कैलाश यात्रा
किन्नौर कैलाश यात्रा: चिकित्सा सेवाएं
श्रीखंड महादेव यात्रा: चिकित्सा सेवाएं
आदि कैलाश यात्रा: चिकित्सा एवं अल्पाहार सेवाएं
मणिमहेश यात्रा: चिकित्सा एवं एम्बुलेंस सेवाएं

वर्तमान में,श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान सेवाएं प्रदान कर रहा है। यह यात्रा पथरीले व खड़ी चट्टानों वाले पहाड़ी इलाकों से होकर जाती है।

स्थानीय प्रशासन को 13,300 फीट की ऊंचाई पर स्थित गौरी कुंड में चिकित्सा शिविर स्थापित करने के लिए स्थान आवंटित किया, जो कि यात्रा का सबसे ऊंचा शिविर है। इस अवसर के लिए कृतज्ञ, 17 चिकित्सा पेशेवरों और स्वयंसेवकों की एक टीम दो एम्बुलेंसों के साथ 21 अगस्त को भरमौर पहुंची। चिकित्सा शिविर के लिए भरमौर से गौरी कुंड तक कुल 76 दवाइयों के डिब्बे हवाई मार्ग से पहुंचाए गए। साथ ही,टीम ने 2 खच्चरों और 41 कुलियों पर अतिरिक्त आवश्यक वस्तुओं को हड़सर से गौरी कुंड तक ट्रैकिंग कर पहुंचाया।

1 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 1 ईसीजी मशीन, 1 मल्टी पैरा मॉनिटर और 10 ऑक्सीजन सिलेंडर से सुसज्जित चिकित्सा शिविर 24 अगस्त को चालू हो गया। शिविर चौबीसों घंटे काम कर रहा है। आठ दिनों की सेवा के दौरान 6530 से अधिक मरीजों को निःशुल्क चिकित्सा देखभाल एवं दवाइयां प्रदान की गयी।
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बी.एम.ओ.) के निर्देशानुसार एक एम्बुलेंस हड़सर में तथा दूसरी एम्बुलेंस भरमौर में हेलीपैड क्षेत्र में तैनात है। ये एंबुलेंस जीवन रक्षक उपकरणों से पूरी तरह सुसज्जित हैं। वे मरीजों को नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाने की सेवाएं प्रदान कर रही हैं।

चिकित्सा सेवाओं के अतिरिक्त, यात्रा के दौरान तैनात बचाव कर्मियों के उपयोग के लिए स्थानीय प्रशासन को अधिक ऊंचाई पर ट्रैकिंग वाले 50 जोड़े जूते भी भेंट किए। इन जूतों का उद्देश्य संकट में फंसे लोगों को बचाने और बाहर निकालने में उनकी त्वरित और सुरक्षित आवाजाही को सुविधाजनक बनाना है।

विश्व मानव रूहानी केंद्र के बारे में
विश्व मानव रूहानी केंद्र एक परोपकारी संस्था है जो कि सन् 2005 से मानवता की सेवा में सेवारत है। विश्व मानव रूहानी केंद्र संस्था पंजीकरण अधिनियम 1860 और हरियाणा सोसायटी पंजीकरण और विनियमन अधिनियम 2012 के तहत पंजीकृत है। हमारा मुख्यालय गाँव नवाँनगर, डाकघर नानकपुर, तहसील कालका, जिला पंचकूला, हरियाणा में स्थित है और समस्त भारत में लगभग 255 शाखाएं हैं। हमारी संस्था के द्वारा चिकित्सा, शिक्षा क्षेत्र और समाज की सेवाओं के लिए धर्मार्थ सामाजिक सेवा कार्यक्रमों के तहत सक्रिय रहकर छात्रों, अनाथों, बीमारों और बुजुर्गों की सदैव सहायता की जाती है। ये सभी गतिविधियां हमारे आध्यात्मिक प्रमुख संत बलजीत सिंह जी की सतत प्रेरणा से प्रेरित हैं।

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