राष्ट्रीय राजनैतिक दल “नेशनल जन दल” की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई सम्पन्न।

दानिश खान

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय राजनैतिक दल “नेशनल जन दल” की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें पूर्व सदस्य सहकारिता सलाहकार परिषद (मंत्री स्तरीय), पूर्व सदस्य एवं अध्यक्ष स्थगत वित्त सलाहकार परिषद (मंत्री स्तरीय), वरिष्ठ सामाजिक राजनैतिक कार्यकर्ता, राज्य सरकार उत्तर प्रदेश से मान्यता प्राप्त पत्रकार (वरिष्ठ) श्री राहत कुद्दूसी को राष्ट्रीय राजनैतिक दल “नेशनल जन दल” का मुख्य आयोजक/ संयोजक नामित किया गया।

ज्ञात हो कि श्री राहत कुद्दूसी का विगत लगभग 25 वर्षों से समाज के उत्थान हेतु तन मन धन से योगदान रहा है। वे रंग मंच से भी जुड़े हैं एवं नाम चीन फिल्म निर्माता निदेशक के रूप में अनेक प्रसारित पुरस्कृत वृत चित्रों का निर्माण करने के साथ अनेक टेली फिल्म्स (शॉर्ट मूवीज़), धारावाहिकों, आडियो वीडियो एल्बम्स, फीचर फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं और बॉलीवुड फिल्म जगत में 2 दशकों से अधिक समय से हैं और फिल्म जगत के गोल्ड कार्ड धारक है।

श्री राहत कुद्दूसी एक व्यावसायिक व्यक्ति भी हैं उनके कई व्यवसायों में साझेदारी भी है और दो प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के निदेशक व एक पब्लिक लिमिट कंपनी के अध्यक्ष भी हैं साथ साथ कई सामाजिक संगठनों के संस्थापक, संरक्षक एवं संयोजक भी हैं।

ज्ञात करते चले कि श्री कुद्दूसी का जन्म लखनऊ, उत्तर प्रदेश में 1976 में हुआ जिनकी प्रारंभिक पढ़ाई उत्तर प्रदेश की राजधानी के विद्यालय लामार्टीनियर ब्वायज कॉलेज और क्राइस्ट चर्च कॉलेज से हुई। उन्होंने स्नातक और विधि स्नातक लखनऊ विश्विद्यालय किया। उनकी माता जनपद अयोध्या की निवासी हैं और राज्य सरकार की प्रशासनिक सेवा से अवकाश प्राप्त हैं। उनके पिता देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों में पदासीन रह कर सेवानिवृत हुए हैं। क़ुद्दूसी का एक बेटा है जो वर्तमान में शिक्षा ग्रहण कर रहा है और होने वाले नीट इम्तहान हेतु तैयारी कर रहा है जो आने वाले समय में मनुष्य रोग चिकित्सक बनना चाहता है।

क़ुद्दूसी के पूर्वज सूफी शाह अब्दुल क़ुद्दूस गंगोही थे। गंगोह जनपद सहारनपुर का एक कस्बा है। क़ुद्दूसी परिवार उनकी औलादों से है। गंगोह शरीफ पश्चिम उत्तर प्रदेश की एक प्रतिष्ठित दरगाह है। क़ुद्दूसी सिलसिला चिश्तियाना साबिरयाना सिलसिले से उत्पन्न है। क़ुद्दूसी के स्वर्गीय दादा भी उत्तर प्रदेश के राज्य शिक्षा प्रशासनिक सेवा (पी०ई०एस०) के एक अवकाशप्राप्त अधिकारी थे जिनका कि निवास उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद में स्थित है।

ज्ञात हो कुद्दूसी एक आर टी आई कार्यकर्ता भी हैं जो सामाजिक उत्थान हेतु समय समय पर सरकार से उक्त अधिनियम के अंतर्गत प्रश्न पूछते रहते हैं और उत्तर प्राप्त करते रहते है, यदि कोई गड़बड़ी हो तो समाज के लिए अपनी आवाज बुलंद करते हैं।

कुद्दूसी का आगमन उत्तर प्रदेश की राजनीति में 2002 के विधान सभा चुनावों में हुआ जब वे प्रदेश के जनपद बाराबंकी की मसौली सीट से अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित हुए पर नामांकन करने के बाद किसी कारण से चुनाव नहीं लड़े जिसके उपरांत उत्तर प्रदेश में बसपा मायावती सरकार के बाद गठित सपा मुलायम सिंह यादव सरकार में सहकारिता सलाहकार परिषद के सदस्य बनाए गए फिर गठित हुई बसपा मायावती सरकार में सदस्य सहकारिता सलाहकार परिषद एवं कार्यवाहक अध्यक्ष रहे। क़ुद्दूसी का अतिरिक्त राजनैतिक सफर पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सपा सुप्रीमो रहे मुलायम सिंह यादव के साथ उनके राजनैतिक दल सपा में रहा पर जब मुलायम सिंह यादव के सुपुत्र पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव द्वारा अपने पिता व चाचा शिवपाल सिंह यादव के विरुद्ध बिगुल फूंका गया तो कुद्दूसी ने सपा से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे में अन्य आरोपों के साथ एक हम और सत्य आरोप लगाते हुए की सपा अखिलेश सरकार ने मुस्लिम अल्पसंख्यकों को अपनी सरकार गठन के उपरांत किए सारे वायदों में से कोई वायदा पूरा नहीं किया और सरकार अब अपना कार्यकाल पूर्ण करने को है।

ज्ञात हो कि विगत स्थानीय निकाय चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने कद्दूसी को जनपद लखनऊ से अपनी पार्टी का मेयर पद हेतु प्रत्याशी घोषित किया था पर लखनऊ के मेयर पद की सीट सुरक्षित (महिला) घोषित होने के कारण महिला प्रत्याशी द्वारा चुनाव लड़ा गया।

आभास लगाया जा रहा है कि विभिन्न प्रदेशों में होने वाले विधान सभा चुनावों में, उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले विधान सभा चुनावों और 2029 में देश में होने वाले लोक सभा चुनावों में “नेशनल जन दल” लगभग हर स्तर पर अपने संगठन को स्थापित करते हुए होने वाले चुनावों में कद्दूसी के योगदान का पूरा फायदा उठाएगी और कोई न कोई धमाल करेगी।

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