संवाददाता संजय भदौरिया
कानपुर देहात
थाना गजनेर कानपुर देहात के ग्राम भैथाना गांव के निवासी दीपक व उसकी पत्नी रागिनी देवी 3 माह से पेट से थी जोकि गांव की आशा बहू निशा देवी ने दीपक की पत्नी पर दबाव बनाकर कहां की अगर आप वैक्सीन नहीं लगाओगी तो आपको कोई सरकारी लाभ व कोई पैसा नहीं मिलेगा और ना ही आपकी पत्नी को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा जब महिला ने कहां की मैं वैक्सीन नहीं लगाऊंगी तब आशा बहू निशा ने कहा कि
आपको कोई लाभ व सरकारी कोई मुआवजा नहीं दिया जाएगा डिलीवरी होने के बाद तब महिला ने आशा बहू निशा देवी के कहने पर वैक्सीन लगवाई और वैक्सिंग लगाते ही महिला की बिल्डिंग शुरू हो गई और महिला को आशा बहु ने दूर के अस्पताल में एडमिट कराया और सरकारी अस्पताल ना ले जाकर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया तथा भर्ती कर आते ही महिला को काफी दुख का सामना करना पड़ा और महिला को डॉक्टर ने पेट साफ करने के लिए बोला वहां पर आशा बहू ने परिजनों को समझा-बुझाकर बच्चा गिराने की बात कही बहला-फुसलाकर आशा बहू ने उस महिला को पेट साफ करने के लिए वह बच्चा गिराने के लिए स्वयं दबाव बनाकर राजी किया जब महिला ने कहा कि मैं ऐसा नहीं कर आऊंगी अब आशा बहू ने दबाव बनाया कि अगर ऐसा नहीं कर आओगी तो आपको स्वयं भोगना पड़ेगा मैं जिम्मेदारी लेती हूं कि आपको कुछ नहीं होगा और जिस हॉस्पिटल में आशा बहू की घूसखोरी चलती थी उसी हॉस्पिटल में ले जाकर के भर्ती कराया और एक नवजात शिशु की मृत्यु भी करा दी और महिला की भी मृत्यु करा दी आज उसके परिजन दुखी हैं दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं कि हमें न्याय मिलना चाहिए लेकिन न्याय के लिए कोई उनकी सुन नहीं रहा है उसी अस्पताल में महिला व नवजात शिशु की मृत्यु हो गई और आशा बहू वहां से अपना जो हॉस्पिटल में बेनिफिट मिलता है वह लेकर वहां से भाग खड़ी हुई बुलाने पर दोबारा नहीं आई और कैसी है जो करना हो अब कर लीजिएगा मेरे रिश्तेदार घाटमपुर विधायक हैं हमें किसी चीज की परवाह नहीं है और ना ही कोई हमारा कुछ कर सकता है आपको बताते चलें कि किसी का परिवार उजड़ गया किसी का घर उजड़ गया और आशा कह रही है कि जो करना हो कर लीजिएगा कहां गया उत्तर प्रदेश सरकार का महिला शक्ति मिशन क्या है यह उत्तर प्रदेश सरकार का उद्देश्य क्या उत्तर प्रदेश सरकार किसी भी महिला पर जुड़ना होते देख सकती है वह करवा सकती है वहीं पर बताते चलें कि परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है घटना आज के दिसंबर माह की है परिजनों के घर मेंअभी तक कोई चूल्हा नहीं जल रहा है ना ही खाना बन रहा है परिजन रो रो के परेशान हैं यही गुजारिश चाहते हैं कि उस व्यक्ति को न्याय मिलना चाहिए