राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज विश्व में भारतीयों को मिल रहा है सम्मान

कानपुर से मनीष गुप्ता की रिपोर्ट कानपुर के मेहरबान सिंह का पुरवा में स्वर्गीय चौधरी हरमोहन सिंह यादव के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित गोष्ठी में उन्होंने लोगों में हम सफर की भावना जगाने का आव्हान किया तो बेहतर शिक्षण संस्थानों का हवाला देते हुए कानपुर की जिम्मेदारी देश के प्रति एवं बताई वहीं आजादी के अमृत महोत्सव की भी चर्चा करते हुए उन्होंने गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों से परिचित कराने और इतिहास बताने पर जोर दिया समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि हरमोहन सिंह जब भी ट्रेन में चलते थे तो सभी को अपना हमसफर मानते थे या हमसफर की भावना अगर आज समाज में भी चरितार्थ हो जाए और लोग आस पास पड़ोस में भी जाति संप्रदाय अमीर गरीब को अपना ले तो हम जहां रहते हैं वही स्वर्ग होगा उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में कई उपलब्धियां हासिल की हैं और इसमें कानपुर के मानचित्र पर आईआईटी एनएसआई तीन विश्वविद्यालय और बहुत सारे शिक्षण संस्थान हैं इसके चलते कानपुर की जिम्मेदारी भी देश में और क्षेत्रों के लिए बहुत अधिक बढ़ जाती है क्योंकि भारत के विकास में शिक्षकों को और छात्रों की प्रभावी भूमिका रहती है उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं और देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है देश की आजादी के लिए हजारों स्वतंत्रा सेनानियों ने अपना सर्वस्व निछावर कर दिया इसमें बहुत से लोग गुमनामी में रहे 2 वर्ष तक चलने वाले इस समारोह में जो नाम गुम हो गए हैं उन्हें सामने लाया जाए उत्तर प्रदेश और कानपुर की बी स्वतंत्रा आंदोलन में बहुत योगदान रहा है 18 सो 57 के स्वतंत्रता संग्राम में नानाजी तात्या टोपे और अजीम उल्लाह खान के नाम तो सही में सुने हैं लेकिन अजी जन बाई मैनावती के योगदान से लोग पूरी तरह परिचित नहीं है इन्हें सामने लाया जाना चाहिए इसके अलावा चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह के कानपुर के संबंधों को लोग जानते हैं लेकिन जयदेव कपूर शिव वर्मा और गया प्रसाद के बारे में लोगों को और बताना जाना चाहिए हम सब का कर्तव्य है कि ऐसे गुमनाम स्वतंत्रा सेनानियों के बारे में लोगों को जानकारी दें राष्ट्रपति ने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत और भारतीयों को आदर मिलता है वहां जहां भी जाते हैं उन्हें पूरा आदर दिया जाता है लेकिन कानपुर की बात अलग है वैसे तो पूरा देश अपना परिवार है लेकिन कानपुर और आसपास को मैं अपना निजी परिवार मानता हूं क्योंकि इसी जमीन से पढ़ाई करके राष्ट्रपति बना हूं इसलिए इसकी स्मृति मिलना तो दूर हुई है और ना कभी होगी उन्होंने कहा कि विश्व में अग्रणी पंक्ति में आने के लिए 130 करोड़ लोगों को अपने पांव एक साथ लाने चाहिए कार्यक्रम में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना राज्यसभा सदस्य सुखराम सिंह और चौधरी हरमोहन सिंह जन्म कल्याण समिति के अध्यक्ष मोहित यादव मौजूद रहे

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