गर्लफ्रेंड ने बात न मानी तो उसके भाई को किया मरणासन्न

-पड़ोस में रहने वाले युवक ने की दिया वारदात को अंजाम

मासूम को मरणासन्न करके परिवार को करता रहा गुमराह -सीसीटीवी फुटेज व पुलिस की सक्रियता से खुला मामला

कानपुर: मना करने के बाद भी पड़ोस में रहने वाली युवती का उन्नाव चला जाना पड़ोसी युवक को इस कदर अखरा कि उसने बदला लेने के लिये युवती के भाई को ही मरणासन्न कर दिया। इसके बाद परिवार के साथ रहकर वह मासूम भाई की खोजबीन का नाटक भी करता रहा और दूसरों पर अगवा करने का आरोप लगाता रहा। पुलिस की सक्रियता और सीसीटीवी फुटेज ने पूरे मामले का राज फास कर दिया।

घटना क्रम के मुताबिक बिट्टो देवी पत्नी रामदेव सुनार निवासिनी आजाद नगर थाना बाबूपुरवा का पुत्र रामकमल उम्र लगभग 09 वर्ष घर से बाहर खेलने के बाद 30 तारीख को गुम हो गया था।31 तारीख को लोको रेलवे ग्राउण्ड के पास बने खण्डहर मकान में लावारिश लहुलुहान मिला था जिसे पीआरबी 0416 द्वारा इलाज हेतु हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसका इलाज वर्तमान समय में हैलट अस्पताल में चल रहा है।

घटना की जांच में जुटी थाना बाबूपुरवा पुलिस ने पूरे मामले का राजफास कर दिया। सीसीटीवी की मदद से मिले सुबूत के आधार पर पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले रवि कुमार वर्मा पुत्र राज किशोर निवासी आजाद नगर थाना बाबूपुरवा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में रवि ने बताया कि रामकमल की बहन को दिनांक 30.03.2022 को उन्नाव जाने से उसने रोका था उसका न रुकना तथा फोन करने पर फोन न उठाने के कारण क्रोधित होकर नशे की हालत में बच्चे को बहलाफुसलाकर चाऊमीन खिलाने का लालच देकर ले जाना तथा थाना रेलबाजार क्षेत्र में खण्डहर मकान में ईंट से जानलेवा हमला कर घायल कर दिया। पूरे खुलासे में थाना बाबूपुरवा के हे0का0 सुरेश कुमार गौतम और का० जितेन्द्र सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

इस दौरान अभियुक्त द्वारा लगातार परिवार के साथ रहकर गलत दिशा व समय बताकर परिवार को भ्रमित करता रहा, जिससे परिवार के लोग अभियुक्त की बातों में आकर गलत दिशा में बच्चे की तलाश करते रहे। अभियुक्त द्वारा लगातार गुमशुदा रामकमल की बहन के एक अन्य दोस्त को उक्त घटना में सम्मिलित होने हेतु बताना जिससे परिवार के लोग उसी व्यक्ति पर सन्देह करने लगे। फोरेन्सिक टीम द्वारा घटना के समय पहने हुए कपड़ो का बेन्जडीन टेस्ट किया गया जिसमें जूते और पैन्ट तथा अभियुक्त के हाथों पर रक्त होने की पुष्टि की गयी एवं ओबीटीआई चिप परीक्षण में मानव रक्त के होने की पुष्टि हुयी। अभियुक्त दिनांक 30.03.2022 को समय 07.26 बजे PM पर गुमशुदा रामकमल को ले जाते हुए तथा एक घण्टे के अन्दर ही अकेले वापस आने की सीसीटीवी फुटेज में दिखाई देने की पुष्टि हुयी है।

गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह, व0उ0नि0 राकेश दीक्षित, उ0नि0 हरिभान सिंह का सुरेश गौतम, का० जितेन्द्र सिंह शामिल रहे।

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