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सहेर बहुउद्देशीय संस्था अध्यक्ष नजमुन्नीसा उर्फ नजमा काजी़ फैमीली कांसीलर पिछले 14 वर्षो से सामाजिक कार्य कर रही है उन्होने अब तक महिलाओ के लिए उत्कृष्ट व सरहानिय काम किये है नजमा काजी ने तमाम देशवासियों से अपिल की है रमजान के इस मुबारक व पाक महिने मे हर मुसलमान अपनी अपनी हैसियत के हिसाब से सदका खैरात ज़कात निकालता है और गरीबों मे तकसीम करता है ये सिलसिला पिछले काई सालों से चलता आरहा है और आगे भी ईसी तरहां चलता रहेंगा नजमा काजी का कहेना है
क्या ईस्से कोई फरक पडा है ? किसी बेघर को घर नसीब हुआ है ?
या कोई गरीब गरीबी रेखा से उपर आया है ?
नहिना,बलके अमीर आज भी अमीर है और गरीब,गरीब हि रहा बदलते हालात और बदलते वक्त के हिसाब से हमे भी बदल ना होगा , सोच बदलनी होंगी, हम अगर ठाण ले तो सुरत बदल सकती है हालात बदल सकते है ईसकेलिये हर जगह से अपने शहर गाव कसबे के अमीर मालदार, दानिश मंद और जिम्मेदार लोगों को एक साथ बैठ कर मशवरा करना होंगा अमल करना होंगा तो बहोत हद्द तक हालात सुधर सकते है दुरुस्त हो सकते है ऐसा करना हि चाहिए,कर भी सकते है नजमा काजी का कहेना है काई सारी बेवा तल्लाक शुद्धा बैठी हुई, उम्र 65 साल, अपंग महिला है जिनके लिए सरकारी योजना है ,जैसा के संजय गांधी श्रावण बाळ तलाक सुद्धा अपंग योजना के तहत महिलाओं को हर महिने 1200 से रु लेकर 1500 सौ रु मीलता है लेकिन कागज (डॉक्युमेंट )की कमी पैसों का ना होना माहिती का अभाव होने के कारण महिलाये लाभार्थी होने के बावजूद भी मिलने वाले लाभ से वंचित है अगर हम चाहे तो इस रमजान ए पाक महिने की जकात खैरात सदका ईंन बहेनो के लिये इस्तेमाल कर उन्हे सहारा दे, डॉक्युमेंट बना दे फॉर्म भरदे तो पूरी जिंदगी का उसे सहारा मिल जायेगा रमजान के मुबारक महिने मे हम लोग एक बार मदत करते है फिर जैसे थे ऐसा ना करते हुए अपने मोहल्ले पडोसी रिश्तेदार दोस्त अहेबाब जान पहेचान कही भी ऐसी बहने दिखे उनके कागज बनाकर फायदा दिलाने का काम करे हर महिने 1200 से 1500 सौ रु हर महिने अकाउंट मे जमा होते है वह भी पुरी जिंदगी भर के लिये हिसाब लगाओ एक को सत्तर तो इतने को कितने ?
हम ईन नेकियों के हक्कदार जिंदगी भर के लिये होजायेंगे ऐसा करने से हजारो घरों मे खुशाली आयेगी हर महिने का सहारा होजायेंगे इन्शाल्ला दुआ के साथ साथ देश हित मे भी बहुत बडा काम हो जायेगा और हा नजमा काजी ने ये भी कहा कि जो आप हमेशा करते थे करते रहे जैसा गरीब को कपडे जुते चप्पल किराणा मेवा दवाईयों का खर्च करना बहोत अच्छी बात है करें मगर एक बार कि कि गाई मदत्त जिंदगी भर का सहारा बने ये और अच्छी बात होंगी जब भी कोई खिदमत का काम करें सब से पहेले ईस पर ध्यान दे ऐसा करने से गरीब बहन को बहुत बडा सहारा मिल जायेगा हालात तो ऐसे कुछ ऐसे है
,,काम करने को तो बहुत है पर करेगा कोण ,,अमीर तो बहुत है पर आगे बढेंगा कोण,, रमजान के ईस पाक व मुबारक महिने मे
हम सब गरीब बहनों की दुवा है
ऐ
हमारे रब तु दवलत दे दिलदार
को और दिल दे वफादार को, सबक दे जा़लीम को, अल्लाह हम सब के गुनाहों को माफ कर दे
खताओ को माफ कर दे देश मे अमन व शांती बनी रहे हम सब
हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई मिलजुल कर रहे भाई चारा बना रहे हम सब को नेक कर दे हम सब को मतभेद से एक करदे ऐ अल्लाह हम सब को अमल करने कि तौफिक दे हमारी दुआ को कुबुल कर हमे एक दुसरे को समझने वाला और एक दुसरे के सुख दुःख मे शामील होने की तौफिक दे आमिन सुम्मा आमिन