@crime100news7
संजय सिंह मीडिया प्रभारी
बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा था। ईदगाह परिसर के बाहर मेला का नजारा दिख रहा था। जहां बच्चे आइसक्रीम, गुब्बारा आदि खरीदारी करने में मशगूल दिखे।
ईदगाहों और मस्जिदों में अदा की गई नमाज
मदीना मस्जिद हाफिज रिजवान अहमद ने बताया कि, मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना में ईद-उल-फितर का उत्सव शुरू हुआ। कहा जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इस जीत की खुशी के बाद सबका मुंह मीठा करवाया गया, इसी दिन मीठी ईद-उल-फितर के रुप में मनाया जाता है। इस दिन घर मे सेवइयों बनती है और तरह-तरह के पकवानों के साथ मेहमानों का स्वागत किया जाता है।
ईद का पर्व हमें भाईचारे का देता है संदेश
मुफ्ती फारुख ने बताया कि ईद का पर्व साल में रमजान के महीने के बाद आता है इस दिन मुस्लिम धर्म के लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं। क्योंकि यह पर्व रमजान के पूरे महीने रोजे रखने, अल्लाह की इबादत के बाद नसीब होता है। उन्होंने बताया कि ईद का पर्व हमें भाईचारे का संदेश देता हैं, जिससे मिल-जुलकर रहने की प्रेरणा मिलती है। जो मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति दूसरे धर्मों को आदर नहीं करता, वह सच्चा मुसलमान नहीं है। ईद के पर्व पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा देश में अमन चैन की दुआ मांगी गई। उन्होंने कहा कि ने सभी मुस्लिम भाईयों को बुराई के रास्ते को त्यागकर अच्छाई के रास्ते पर चलने की नसीहत दी। इस दिन सभी लोग नये-नये कपड़े पहनते है, ईद की नमाज अदा करते है और स्वादिष्ट व्यंजन बनाते है।
सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल रहा तैनात
ईद के पर्व को लेकर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्ण तरीके से नमाज अदा की है। इस मौके पर महाराजपुर इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह व सरसौल चौकी प्रभारी पवन मिश्रा सहित समस्त पुलिस बल मौजूद रहा।