मेकअप करवाकर सीमा ने पार की सीमा,तीसरे व्यक्ति ने की मदद, बच्चों को भी किया ट्रेंड,सीमा पर IB के सीरियस खुलासे।

ग्रेटर नोएडा। पबजी वाली पाकिस्तानी सीमा गुलाम हैदर मामले की जांच कर रही केन्द्रीय जांच एजेंसियों को अहम जानकारी मिली है।किसी तीसरे व्यक्ति के सहयोग से पूरी तैयारी के साथ सीमा को भारतीय सीमा में घुसाया गया था। खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक सीमा ने बकायदा पूरी तैयारी के साथ अपना ड्रेसअप इस तरीके से किया था कि वह ग्रामीण भारतीय महिलाओं की तरह लगे।सीमा को इस तरीके से तैयार करने के लिए पेशेवर लोगों की मदद ली गई थी।

सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से बचने के लिए सीमा ने अपने बच्चों को भी इसी तरीके से ड्रेसअप करवाया था।जांच एजेंसियों के मुताबिक ऐसा ही तरीका ह्यूमन ट्रैफिकिंग यानि घरेलू सहायिका या जिस्मफरोशी रैकेट में शामिल महिलाएं भारत-नेपाल सीमा पार करने में इस्तेमाल करती हैं।इसके अलावा जिस धाराप्रवाह भाषा में सीमा लगातार बात कर रही है ऐसी ट्रेनिंग नेपाल में मौजूद पाकिस्तानी हैंडलर उन महिलाओं को देते हैं जिनको नेपाल सीमा पार कराकर भारत में गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भेजा जाता है।खुफिया और जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में अब ऐसे एजेंट भी हैं जो इस तरीके की खास तैयारी कराते हैं।भारत में अवैध तरीके से लोगों को घुसवाने में मदद करते हैं।

खुफिया सूत्रों के मुताबिक भारत नेपाल सीमा पर 13 मई को सीमा गुलाम हैदर और सचिन मीणा के भारत में एंट्री दावों की तस्दीक फिलहाल केन्द्रीय एजेंसियों की जांच में नहीं हो सकी है। क्योंकि दोनों भारत में एंट्री का यही दिन बता रहे हैं।

सीमा मामले की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसियों के मुताबिक, 13 मई को भारत-नेपाल सीमा सुनौली सेक्टर और सीतामढ़ी सेक्टर में अब तक थर्ड नेशन सिटीजन की मौजूदगी की कोई जानकारी सामने नहीं आई है।भारत-नेपाल सीमा पर इन्हीं दोनों जगहों से सीमा गुलाम हैदर और सचिन मीणा द्वारा भारत में एंट्री का दावा किया जा रहा है,जिसके बाद यहां मौजूद रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है।

भारत नेपाल सीमा के सारे बस रूट पर 13 मई को गुजरने वाली बसों के सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की जा रही है, जिसका विवरण सीमा और सचिन ने दिया है।थर्ड नेशन सिटिजन यानी भारत नेपाल के अलावा किसी तीसरे देश के नागरिक का भारत नेपाल सीमा पर मौजूद होना और उसे पार करने की कोशिश करना भारत नेपाल में मैत्री समझौता होने के नाते इन दोनों देशों के अलावा अगर किसी तीसरे देश का नागरिक यहां पर आता है तो इसकी सूचना तुरंत यहां पर मौजूद एजेंसियों को स्थानीय पुलिस को देनी होती है और भारत की संबधित एजेंसियां अपनी जांच शुरू करती हैं।

इसके अलावा खास मल्टी टास्किंग एजेंसी टीम,जिसमें आईबी, कस्टम, इमीग्रेशन, सशस्त्र सीमा बल, फारेस्ट डिपार्टमेंट और यूपी, बिहार पुलिस के सदस्य शामिल हैं। उसने भी रिपोर्ट केन्द्रीय जांच एजेंसियों को सौंपी है,जिसके मुताबिक भारत-नेपाल सीमा पर 13 मई के दिन किसी तीसरे देश के नागरिक को नहीं देखा गया था।भारत नेपाल सीमा पर स्थित चारों आईसीपी यानि इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के रिकार्ड की जांच की जा रही है कि कहीं उन जगहों से तो थर्ड नेशन सिटिजन की एंट्री तो नहीं हुई है,जिसमें सुनौली, बहराइच और रकसौल शामिल हैं।

जानकारी के मुताबिक यूपी एटीएस ने सीमा गुलाम हैदर को सुरक्षा कारणों की वजह से अब सचिन के घर से अलग रखा है।यूपी एटीएस ने सीमा हैदर से मंगलवार की शाम लगभग 8:30 बजे तक एटीएस दफ्तर में पूछताछ की।उसके बाद सीमा को रबूपुरा थाने ले जाया गया। देर रात 9 बजे तक सीमा को रबूपुरा पुलिस थाने की सुरक्षा में रखा गया था,जिसके बाद एटीएस ने सीमा को सेफ हाउस में रखा है।सीमा के साथ सचिन भी था।

सूत्रों के मुताबिक सीमा गुलाम हैदर पाकिस्तानी महिला हैं और ऐसे में कोई सीमा पर हमला भी कर सकता है।इसलिए यूपी पुलिस अब सतर्कता बरत रही है।हालांकि 2 दिन की मैराथन पूछताछ के बाद सीमा एटीएस के कई सवालों के जवाब नहीं दे सकी है। आज तीसरे दिन भी सीमा और सचिन से पूछताछ का सिलसिला जारी रह सकता है।

बता दें कि सीमा गुलाम हैदर लगातार मीडिया से बातचीत कर रही थी।ऐसे में मीडियाकर्मी सीमा के पास लगातार पहुंच रहे थे।पुलिस को अंदेशा जताया था कि मीडिया के भेष में कोई भी सीमा पर हमला कर सकता है।माफिया अतीक अहमद के हत्यारे भी में मीडियाकर्मी ही बनकर आए थे।अब पुलिस सीमा की सुरक्षा को लेकर सतर्क है।

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