दशहरी आम का जनक:तीन सौ साल है इस पेड़ की उम्र,1600 वर्ग फीट में है फैला,जानें इसका इतिहास

संवाददाता सरवर आलम

लखनऊ।आम खाने वाले करोड़ों लोगों का देश दुनिया में पसंद मशहूर मलिहाबादी दशहरी आम है।दशहरी का जन्मदाता (मदर प्लांट) भी बेमिसाल है।ये पेड़ 300 साल पुराना है और 1600 फीट में फैला है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मुख्‍यालय से लगभग 30 किलोमीटर मलिहाबाद अपने दशहरी आम के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।मलिहाबाद तहसील के काकोरी ब्लॉक में हरदोई रोड पर दशहरी गांव में दशहरी के जन्मदाता का 300 साल पुराना ये विशाल पेड़ है।1600 फीट क्षेत्रफल में पेड़ फैला हुआ है और इसे संरक्षित श्रेणी में रखा गया है।

इस पेड़ का आम भी सबसे खास हैं और स्वाद में सबसे जुदा भी है।आम को जी भरकर खाया जा सकता है।इस पेड़ के फल का आकार छोटा रहता है,क्योंकि ये मदर प्लांट है और दशहरी का शुद्ध पेड़ है।पेड़ की देखरेख कर रहे समीर जैदी बताते कि यह मदर प्लांट होने के कारण इसे संरक्षित किया गया है। पेड़ पूर्णत: घना व घेरदार फैला हुआ है। इसे कटीले तारों से घेरकर संरक्षित पेड़ का बोर्ड भी लगा है।

जन्म के इतिहास की नहीं है जानकारी

गांव के लोगों का कहना है कि ये पेड़ कब से गांव में है, इसकी जानकारी हमारे पिता और बाबा को भी नहीं है। जब से हम लोग पैदा हुए है तब से पेड़ को इसी तरह ही देख रहे हैं।खास ये कि हर वर्ष जब फसल आती है तो इस पेड़ में चाहे चार-पांच फल ही आएं, पर आते जरूर हैं।

पूर्व प्रधान पति मनोज यादव का कहना है कि एक बार कूड़ा प्लांट के निर्माण के समय यह पेड़ उसकी चपेट में आ रहा था,लेकिन गांव वालों ने संघर्ष कर इसे बचा लिया। इसके बाद जन प्रतिनिधियों से कह कर इसे संरक्षित कराया गया। इस पेड़ को विरासत का दर्जा भी मिला है।

डीएम ने ऐतिहासिक पेड़ का किया पूजन

डीएम सूर्यपाल गंगवार रविवार को दशहरी गांव पहुंचकर इस 300 साल पुराने पेड़ की पूजा कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।उन्होंने बताया कि तीन सदी पुराना यह पेड़ दशहरी आम की किस्म का जनक है। इसी से दशहरी की उत्पत्ति मानी जाती है।

डीएम ने कहा कि मलिहाबाद को आम के लिए ही जाना जाता है।यहां दो लाख 70 हजार हेक्टेयर में दशहरी आम की बाग हैं, जिसमें 60 प्रतिशत कलमी दशहरी का क्षेत्र है।उन्होंने कहा कि राजधानी में आम महोत्सव शुरू होने जा रहा है। इसमें आम संबंधी फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने वाली योजनाओं का प्रचार किया जाएगा। अलीगंज में आम किसानों के लिए एक फैसिलिटेशन सेंटर बन रहा है, जो ट्रेडिंग व एक्सपोर्ट का बिजनेस करने वालों के लिए बेहद फायदेमंद होगा।

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